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झाँसी दौरे पर आयी उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थान जल शक्ति संरक्षण को मिशन का रूप दें। उन्होंने जल शक्ति अभियान को लेकर दिशा निर्देश दिए। कलेक्टर में नीलिमा कटियार ने कहा कि जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को जल शक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए आमजन में जागरूकता लाना जरूरी है।उन्होंने कहा कि जल आवश्यकता जिस प्रकार हमारे शरीर के लिए आवश्यक है उसी प्रकार जल की आवश्यकता पशु-पक्षी, पेड़-पौधे एवं वन्य जीवों को भी है। इसलिए जल को संरक्षित करना आवश्यक है। उन्हों ने कहा की कुपोषण से बचाव के लिए शिविर लगाकर छात्राओं के स्वास्थ्य की जांच कराई जाए।
ऊर्जा संरक्षण पर जोर देते हुए राज्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय और महाविद्यालय सौर ऊर्जा के इस्तेमाल का अधिक से अधिक प्रयास किया जाये । महाविधालयो में साफ सफाई पर विशेष धयान दिया जाये । उन्होंने सिंगल यूज़ प्लास्टिक इस्तमाल न करने की सलाह दी और इसके बारे में लोगो को जागरूक करने के लिया कहा। मंत्री ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों से कैंपस में संचालित कोर्स के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि दूसरे विवि के लोगों को यहां बुलाएं। इससे कोर्स के बारे में प्रचार-प्रसार हो सकेगा। साथ ही नई जानकारियां भी मिल सकेंगी। राज्यमंत्री ने कुपोषण से बचाव के लिए शिविर लगाकर छात्राओं के स्वास्थ्य की जांच कराने के लिए भी कहा। बैठक में विश्वविद्यालय के उच्च अधिकारी उपस्थित रहे ।
रतनगढ़ माता मंदिर पर जवारे चढ़ाकर लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से एक युवक की मौत हो गई, जबकि तेईस श्रद्धालु घायल हो गए। सोमबार के दिन श्रद्धालुओं माता के दरवार में जवारे अर्पित करने गए थे तभी लौटते समय श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली ग्राम मरसैनी के पास अंधे मोड़ पर अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे के बाद घायलों को जिला अस्पताल लाया गया।दुर्घटना में मृतक युवक डबरा निवासी हैं, जबकि घायल झांसी जिले के रहने बाले हैं।
मंदिर से वापस आते वक्त एक ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर चालक की लापरवाही से पलट गई। प्रत्यक्षदशियों के मुताबिक रतनगढ़ माता मंदिर से लगभग दस किमी दूर मरसैनी गांव के पास अंधे मोड़ पर चालक ने गति कम नहीं की जिससे़ ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया। ट्रॉली पलटने से कुछ लोग उसके नीचे दब गए। हादसे के बाद चीख पुकार मच गई।हादसे के बाद ट्रैक्टर सड़क पर पलट जाने के कारण रोड जाम हो गई। इसके अलावा चूंकि पीछे अन्य वाहन भी आ रहे थे, जिस कारण एकाएक अफरातफरी मच गई। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जैसे तैसे घायलों को अस्पताल भिजवाया। पीड़ितों की मानें तो लगभग आधे घंटे तक बार बार सूचना देने के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची। लगभग आधे घंटे बाद एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायलों को लेकर जिला अस्पताल लाई।
ट्रैन में यात्रियों के अलावा यात्रियों का सामान चुराने की फिर बाले भी होते है । इसी तरह के एक मामले में जीआरपी व आरपीएफ की संयुक्त टीम ने उदयपुर खजुराहो एक्सप्रेस में सवार होते समय एक महिला यात्री के चोरी गए गहनों के साथ चार महिलाओं को पकड़ लिया है। जीआरपी डबरा ने आरोपी महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। चारो चोरो से पूछताछ चलरही है । पुलिस उनके अन्य साथियो कि भी जानकारी करने की कोशिस कर रही है ।
पांच अक्तूबर की दोपहर डबरा के रामगढ़ मार्ग निवासी अरविंद सिंह पत्नी के साथ ग्वालियर स्टेशन से उदयपुर खजुराहो एक्सप्रेस में सवार हो रहे थे। इसी दौरान उनकी पत्नी के पर्स से गहनों का बाक्स चोरी हो गया। बाक्स में सोने का हार, चांदी की करधनी, आधार कार्ड, वोटर कार्ड समेत करीब 1.30 लाख रुपये का सामान रखा था। ट्रेन के डबरा पहुंचते ही यात्री ने मामले की शिकायत आरपीएफ व जीआरपी से की।आरपीएफ के उपनिरीक्षक नंदलाल मीना व जीआरपी प्रभारी सुलतान सिंह टीम के साथ तुरंत एक्शन दिखते हुए पड़ताल में लग गए ।तभी डबरा स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर स्थित पुल के पास खड़ी चार महिलाओं पर शक होने पर पूछताछ की। पूछताछ में वह घबराने लगी। जीआरपी ने रक्षा समिति की कर्मचारियों को बुलाकर महिलाओं की तलाशी ली तो उनके पास उक्त गहने बरामद हो गए। पुलिस ने आरोपी महिलाओ के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कर लिया है । आरोपी महिलाये दिल्ली की रहने बाली है महिलाओ के नाम आनंद नगर क्षेत्र के फरीदपुर निवासी नंदनी, अनीता, ललिता व आगरा के यमुना ब्रिज के पास झुग्गी झोपड़ी निवासी प्रीति हैं। पुलिस ने बताया की महिलाये भीख मांगने के बहाने भीड़भाड़ में घुस जाती हैं और धक्कामुक्की कर मौका पाते ही यात्रियों का सामान चोरी कर लेती हैं।
महानगर में सफाई को लेकर तगातार सबाल उठ रहे है । शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। कई जगहों पर कूड़ा पड़ा हुआ है। कूड़ादान भर जाने के बावजूद कई-कई दिनों तक इसे साफ नहीं किया जा रहा है। इस वजह से लोग बाहर कूड़ा फेंकने को मजबूर हैं। यहां तक की कलेक्ट्रेट भी इससे अछूता नहीं है। जिला प्रोबेशन अधिकारी के कार्यालय के सामने कड़ा कचरा पड़ा है। यहहाल तब है जब मुख्य सचिव आरके तिवारी खुद नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर चुके हैं।
नवरात्र तक में शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। नगर निगम प्रशासन के दुलमुल रबैये के चलते कर्मचारी नियमित कूड़ा नहीं उठा रहे हैं। रविवार को कलेक्ट्रेट चौराहा पर ढेर सारा कूड़ा पड़ा हुआ था। आसपास के दुकानदारों ने बताया कि सात-आठ दिनों से कूड़ा नहीं उठाया गया है। इस कारण बदबू आनी शुरू हो गई हैं। वहीं, कलेक्ट्रेट के अंदर जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय के सामने नगर निगम कौ तरफ कूड़ादान रखवाया गया है। कूड़ादान पूरा भर जाने के कारण लोगों ने बाहर फेंकना शुरू कर दिया है। यहां मौजूद लोगों ने बताया कि नियमित कूड़ा न उठने के कारण यह स्थिति बन गई है। वहीं, इलाइट से झोकनबाग जाने वाले मार्ग पर भी कुछ स्थानों पर कूड़ा पड़ा हुआ है। सीपरी बाजार में आर्य कन्या कॉलेज चौराहे पर प्रसाधन केंद्र के ठीक सामने कूड़ा पड़ा है। इस वजह से लोगों को प्रसाधन केंद्र तक पहुंचने में परेशानी हो रही है।
साफ सफाई के लिए लोगो को जागरूक करने बाला प्रशासन खुद गहरी नींद में सो रहा है । यह हाल तब हैं जब मुख्य सचिव आरके तिवारी शनिवार को औचक निरीक्षण के दौरान नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर चुके हैं ।इस संबंध में अपर नगर आयुक्त शादाब असलम का कहना है कि जहां-जहां कूड़ा पड़ा है, उसे साफ कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के झांसी में पुष्पेंद्र एनकाउंटर मामला अब पुलिस के गले की हड्डी बनता जा रहा है। पुष्पेंद्र के भाई के पोस्टमार्टम के बाद शव लेने और शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार करने के बाद मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। रविवार तड़के पुलिस मुठभेड़ में थाना एरच के करगुवां खुर्द निवासी पुष्पेंद्र के मारे जाने की खबर लगते ही लोगों में उबाल पैैदा हो गया। करगुवां खुर्द में स्थिति को देखते हुए तीन कंपनी पीएसी समेत भारी तादाद में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। परिजनों ने पुलिस मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगाया। खबर मिलते ही परिजनों के साथ भारी तादाद में लोग मेडिकल कॉलेज स्थित पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए।
पुष्पेंद्र के भाई रविंद्र ने कहा कि यह एनकाउंटर नहीं मर्डर है। पुलिस ने उसके भाई की साजिशन हत्या कर दी है जब तक दोषी इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी तब तक वह पुष्पेंद्र का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। पूरे मामले में परिजनों से बातचीत के लिए जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पहुंचे तो उन्होंने अधिकारियों से मिलने से इंकार कर दिया। उनका कहना है की वह डीजीपी या मुख्यमंत्री से ही इस मामले में बात करेगा और जब तक इनमें से कोई आ नहीं जाता है, जब तक उसे इंसाफ नहीं मिलेगा तब तक वह न तो शव लेगा और न ही उसका अंतिम संस्कार करेगा।
बतादे शनिवार को पुष्पेंद्र और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ में पुष्पेंद्र को गोली लगने से उसकी मौत हो गई थी।
पूरे मामले पर अब राजनीति भी गरमाने लगी है और परिजनों से मिलने के लिए नौ अक्टूबर को समाजवादी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के भी आने का कार्यक्रम है।
रविवार को शाम सात बजे डीसीएम ने राजापुर बड़वार मोड़ के पास यात्रियों से भरी टैक्सी को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि चार महिलाएं, एक युवक व डेढ़ साल के बच्चे की मौत हो गई, जबकि पांच यात्री घायल हो गए, जिसमें चार की हालत नाजुक बनी है। टैक्सी सवार सभी यात्री अपने गृह जा रहे थे।टैक्सी सवार सभी यात्री रानापुरा थाना टोड़ीफतेहपुर के निवासी थे।
लौटने के दौरान उनकी टैक्सी के सामने एक डीसीएम आया, इसी दौरान एक गाय भी सामने आ गई। इससे टैक्सी का संतुलन बिगड़ गया और टैक्सी व डीसीएम की टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि टैक्सी में सवार चार महिलाएं, एक युवक व डेढ़ साल के बच्चे की मौत हो गई, जबकि पांच यात्री घायल हो गए।घायलों को अस्पताल में इस्लाज के लिए भर्ती कराया गया है ।
जानकारी के मुताबिक टैक्सी सवार ग्राम खेड़ी खडौरा में माता पूजन करने के बाद वापस अपने गांव लौट रहे थे। सूचना पर मौके पर थाना पुलिस सहित डायल 100 पुलिस की दो गाड़ियां पहुंच गई है। पुलिस ने एंबुलेंस की मदद से घायलों को स्वास्थ्य केंद्र भेजा। हादसे में टैक्सी के परखच्चे उड़ गए। पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्डम के लिए भेज दिया है ।
उत्तर प्रदेश में झांसी जिले के एक रेत माफिया ने शनिवार रात मोठ कोतवाली के इंस्पेक्टर पर हमला कर घायल कर दिया और उनकी निजी कार लेकर मोके से भाग गए। सूचना पाकर सक्रिय हुई पुलिस ने गुरसराय के जंगल में बदमाश को मार गिराया। घटना बम्हरौली गांव के समीप झांसी-कानपुर हाइवे की है। खनन माफिया द्वारा इंस्पेक्टर पर हमला करने के बाद पुलिस ने बदमाशों की तलाश के लिए कई टीमें बनाई थीं। बदमाशों के गुरसराय के जंगल में होने की सूचना पाकर पुलिस ने घेराबंदी कर बदमाश को पकड़ने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर फायर झोंक दिया। जवाबी फायरिंग में पुलिस ने बदमाश को मार गिराया।
एसएसपी ने बताया कि 29 सितंबर को इंस्पेक्टर ने पुष्पेंद्र यादव की गाड़ी अवैध खनन में पकड़ी थीं। इसी को लेकर पुष्पेंद्र और उसके भाई खफा थे और इंस्पेक्टर चौहान पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि मौके से एक कारतूस का खोखा और बाइक बरामद की गई है.।
इंस्पेक्टर का कहना है कि शनिवार रात वह अपनी निजी कार से कानपुर से मोठ वापस लौट रहे थे। इसी बीच एक व्यक्ति ने मिलने का बहाना बनाकर फोन किया। जैसे ही वे मोठ कोतवाली से पहले राजमार्ग पर अपनी कार रोकी, रेत माफिया ने उनके ऊपर फायर कर दिया, गोली उनके बगल से निकल गई और हमलावर उनकी निजी कार लेकर फरार हो गए। इस हमले में इंस्पेक्टर के चेहरे पर चोट आई है
बेटियों के विवाह के लिए मिलने बाली मद्दद अधिकारियो के फेर में पड़ी है। इस मद्दद के लिए अबेदनो की भरमार लग चुकी है किन्तु अधिकारियो के निरंकुश रबइये से पूरा मामला अटका पड़ा है । जिससे बेटियों के विवाह के लिए मिलने वाली आर्थिक मदद अभी भी उन तक नहीं पहुंच सकी है । संबधित अधिकारी इस भुगतान पर चुप्पी साधे हुए है । इन परिवारों को आर्थिक मदद वीडीओ अथवा एसडीएम की रिपोर्ट के बाद मिल जानी थी। लेकिन, सहालग खत्म होने के तीन माह बाद भी रिपोर्ट न लग सकने से इन परिवारों तक मदद नहीं पहुंची।उधर, सरकारी मद्दद की आस में कुछ लोगो ने कर्ज लेकर अपनों बेटी की शादी की थी। अब उनके घरो पर पैसे मांगने बाले पहुंचने लगे है ।अभी तक लगभग बारह सो आबेदन पहुंच चुके है ।जिनपर शराग ख़त्म होने के तीन माह बाद भी रिपोर्ट नहीं लग पाई है और भुगतान अटका पड़ा है ।उप्र विवाह अनुदान योजना के तहत खासतौर से बेटियों के विवाह के लिए बीस हजार रुपये की मदद दी जाती है। विवाह से 90 दिन पहले इसके लिए आवेदन करना होता है। आवेदक की पात्रता जांचने के बाद विवाह से पहले रकम स्वीकृत कर दी जानी चाहिए, लेकिन अधिकारियों की लेटलतीफी का आलम यह कि आवेदन जमा होने के तीन माह बाद भी 1300 से अधिक आवेदनों की जांच पूरी नहीं की जा सकी। और इन सभी अबेदको की मदद अधर ले लटकी हुई है ।समय पर पैसा न मिलता देख कई परिवारों ने बेटियों का विवाह साहूकारों से कर्ज लेकर करना पड़ा। उन लोगों ने विवाह तो निपटा दिया लेकिन अब तक मदद न मिलने से अब साहूकार भी इनको परेशान कर रहे हैं। ऐसे तमाम लोग रोजाना विकास भवन के चक्कर काट रहे हैं। और अधिकारियो से जल्द भुगतान की गुहार लगा रहे है ।
चेक बाउंस होने पर एसीजेएम द्वितीय के न्यायालय में धारा 138 एनआईएक्ट के तहत मुकदमे में न्यायालय द्वारा ओम प्रकाश कपूर को एक वर्ष के कारावास एवं 18 लाख रुपये अर्थदंड से दंडित किया गया था।ओम प्रकाश कपूर द्वारा न्यायालय के इस आदेश के विरुद्ध की गई अपील को अपर जिला जज न्यायालय संख्या पांच अभय श्रीवास्तव की अदालत में खारिज कर सजा को बरकर रखा है।
मामला 2011 का ही जब सिविल लाइन निवासी ओम प्रकाश कपूर ने साकेत कॉलोनी निवासी कैलाश चंद्र गुप्ता से 10 लाख रुपयों की मांग की थी। जिस पर कैलाश चंद्र गुप्ता ने छह लाख रुपये नकद तथा माह अगस्त मे तीन लाख रुपये दिए थे। माह अक्टूबर 2011 में पत्नी की बीमारी के उपचार के लिए रुपयों की मांग किए जाने पर छह लाख रुपये सहित कुल 15 लाख रुपये दिए जाने के बाद ओम प्रकाश कपूर ने 15 लाख रुपये की चेक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की दी थी।चेक बाउंस होने पर एसीजेएम द्वितीय के न्यायालय में धारा 138 एनआईएक्ट के तहत मुकदमे में न्यायालय द्वारा ओम प्रकाश कपूर को एक वर्ष के कारावास एवं 18 लाख रुपये अर्थदंड से दंडित किया गया था। उक्त निर्णय के विरुद्ध ओम प्रकाश कपूर ने अपील दायर की थी।
पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए अपर जिला जज पंचम अभय श्रीवास्तव ने अधीनस्थ न्यायालय द्वारा सुनाई गई सजा बरकरार रखते हुए ओम प्रकाश कपूर की अपील खारिज कर दी।और अदालत के पूर्व एक फैसले को बरक़रार रखा है ।
झाँसी के सुंदरी कारण व् झाँसी में पर्यटन दो बढ़ावा देने के लिए । झाँसी के पुराने राजकीय उद्यान नारायण बाग का पर्यटन विकास किया जाना है। इसके लिया झाँसी विकाश प्राधिकरण के कमर कस ली है ।और नारायण बाग के सुंदरीकरण के लिए सुर्वे भी शुरू कर दिया है ।सर्वे पूरा होने के बाद परियोजना का खाका तैयार कर टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। बाग़ के सुंदरी कारण का काम जल्द पूरा कराया जाना है ।
राजकीय उद्यान नारायण बाग लक्ष्मी ताल के निकट स्थित है और यह लगभग एक शताब्दी पुराना है । इस बाग झाँसी के इतिहास से भी गहरा सम्बंद रखता है । झाँसी बासी अक्सर इस बागमें घूमने जाते पर सुविधा की कमी की वजह से यह संख्या काफी काम है । नारायण बाग के सुंदरी कारण से यहाँ आने बालो की संख्या में काफी बढ़ोतरी होगी ।सर्व प्रथम नारायण बाग सन 1925 में यह नगर पालिका के संरक्षण में था। 1950 में यह कृषि विभाग को मिला था। इसके बाद 1966 में इसकी देखरेख की जिम्मेदारी उद्यान विभाग को दी गई थी। यह बाग लगभग ६ एकड़ जगह में बना हुआ है ।रखरखाव की कमी की बजह से चारदीवारी भी छतिग्रस्त हो गई है ।अब इसका पर्यटन की दृष्टि से विकास किया जा रहा है। ये काम झांसी विकास प्राधिकरण करने जा रहा है। योजना के तहत बाग की क्षतिग्रस्त बाउंड्री का निर्माण किया जाए। बच्चों के लिए किड्स जोन बनाया जाएगा, जिसमें आधुनिक झूले लगाए जाएंगे। इस बाग में महिला व् बुजुर्गो के लिए भी अलग अलग जॉन बनाये जा रहे है । इसके एक अत्यधुनिक कैंटीन कभी निर्माण कराया जाएगा ।पार्क के चारों ओर बॉकिंग ट्रैक बनाया जाएगा, जो हरियाली के बीच से होकर गुजरेगा। पार्क अंदर कैफेटेरिया का भी निर्माण होगा। इसके अलावा पेयजल, शौचालय, पार्किंग की सुविधा विकसित की जाएगी। पार्क के काया कल्प के दौरान एक भी पेड़ नहीं काटा जायेगा ।
झाँसी विकाश प्राधिकरण द्वारा इस परियोजना को मंजूरी दी जा चुकी है। पूरे बाग का सर्वे किया जा रहा है, जो एक सप्ताह में पूरा हो जाएगा। जिसके बाद टेंडर पर कार्य कराया जायेगा ।